सोमवार, 7 सितंबर 2015

ज़िन्दगी न हुई


2 टिप्‍पणियां:

monu ने कहा…

बहुत ही सुंदर प्रयास ..........बस ज्यादा तारीफ़ नहीं करूंगा वरना फूल कर कुप्पा हो जाओगे आप !!

ashugasha24 ने कहा…

हहहहहहहहहहहह....ये बात सही है कि तारीफ इंसान का दिमाग खराब कर देती है.....और ये भी सही है कि मेरे दिमाग में इतनी जगह ही नहीं की तारीफ ठहर सके।....बहुत शुक्रिया